गाइड
ऐड एक्सचेंज क्या है? इनके काम करने का तरीक़ा जानें
ऐड एक्सचेंज, मार्केटिंग टेक्नोलॉजी प्लेटफ़ॉर्म है जो एडवरटाइज़र और पब्लिशर को एक या उससे ज़्यादा ऐड नेटवर्क से एडवरटाइज़िंग की जगह ख़रीदने और बेचने में मदद करता है.
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ऐड एक्सचेंज क्या है?
ऐड एक्सचेंज ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल प्रोग्रामैटिक एडवरटाइज़िंग में किया जाता है, जिसमें रियल-टाइम बिडिंग (RTB) का इस्तेमाल करके डिजिटल इन्वेंट्री को ख़रीदने और बेचने की सुविधा मिलती है.
ऐड एक्सचेंज को डिजिटल मार्केटप्लेस की तरह समझें, जहाँ एडवरटाइज़र, एजेंसी, पब्लिशर, सप्लाई-साइड प्लेटफ़ॉर्म (SSP) और डिमांड-साइड प्लेटफ़ॉर्म (DSP) अलग-अलग पब्लिशर से एडवरटाइज़िंग इन्वेंट्री पर बोली लगा सकते हैं. एडवरटाइज़र बिडिंग प्रोसेस में हिस्सा लेकर क़ीमत तय करते हैं.
खुला ऐड एक्सचेंज
खुला ऐड एक्सचेंज ऐसा मार्केटप्लेस है, जहाँ सभी सेलर, खरीदार, ऐड नेटवर्क और एडवरटाइज़र डिजिटल इन्वेंट्री की खरीदारी और बिक्री को एक्सेस कर सकते हैं.
निजी ऐड एक्सचेंज या निजी मार्केटप्लेस (PMP)
दूसरी और, निजी ऐड एक्सचेंज या निजी मार्केटप्लेस (PMP) ज़्यादा कंट्रोल मार्केटप्लेस है, जहाँ सिर्फ़ चुने गए पब्लिशर और ख़रीदार इन्वेंट्री के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं.
ऐड एक्सचेंज और ऐड नेटवर्क में क्या अंतर है?
ऐड एक्सचेंज और ऐड नेटवर्क दोनों ही प्रोग्रामेटिक सॉफ़्टवेयर है, इनका इस्तेमाल डिजिटल ऐड को खरीदने और बेचने के दौरान किया जाता है, लेकिन सबका उद्देश्य थोड़ा अलग है. जहाँ ऐड एक्सचेंज, पब्लिशर और एडवरटाइज़र के लिए डिजिटल इन्वेंट्री की ख़रीदने और बेचने के लिए मार्केटप्लेस के रूप में काम करता है, वही ऐड नेटवर्क पब्लिशर से इन्वेंट्री ख़रीदता है और इंटरमीडियरी के रूप में इसे एडवरटाइज़र को बेचता है. (इस ऐड नेटवर्क मॉडल में आमतौर पर RTB क्षमताएँ शामिल नहीं होती हैं).
ऐड एक्सचेंज के फ़ायदे
2021 में, डिजिटल एडवरटाइज़िंग के पूरे खर्च का 89% हिस्सा प्रोग्रामैटिक एडवरटाइज़िंग का था.1 इस तरह की एडवरटाइज़िंग बढ़ रही है, क्योंकि यह तेज, कुशल और किफ़ायती है. RTB के ज़रिए, एडवरटाइज़र अपनी ख़रीदारी को ज़्यादा कंट्रोल कर सकते हैं. इसमें, सम्बंधित ऑडियंस को ऐड दिखाकर और ऐड से जुड़ी धोखाधड़ी के जोखिम को कम करके, व्यर्थ ऐड इम्प्रेशन कम होते हैं.
इसी बीच, पब्लिशर लेटेंसी, ख़ास डिमांड, बोली के रेट और ऐड की जगह की उपलब्धता जैसी चीज़ों के हिसाब से काम करने के लिए, सही डिमांड सोर्स ढूँढने के लिए ऐड टेक का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके ज़रिए वे अपनी इन्वेंट्री को ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं, जिससे यह तय होता है कि कौन-से एडवरटाइज़र किस क़ीमत पर ख़रीद सकते हैं. ऐड एक्सचेंज जगह, फ़ॉर्मेट, कॉन्टेंट और प्लेसमेंट का बजट तय करके पब्लिशर और एडवरटाइज़र को इन्वेंट्री का कंट्रोल दे सकता है. साथ ही, ऐड एक्सचेंज के ज़रिए ख़रीदार ब्रैंड सुरक्षा से जुड़े तरीक़ों को अप्लाई कर सकते हैं, कई पब्लिशर और फ़ॉर्मेट की ऑडियंस तक पहुँच सकते हैं. ख़रीदार परफ़ॉर्मेंस को मापकर यह भी बेहतर तरीक़े से समझ सकते हैं कि किन पब्लिशर या कॉन्टेंट कैटेगरी से पसंदीदा नतीजे मिल रहे हैं.
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1 ई-मार्केटर, 2021